फोन एडिक्शन कैसे छोड़े | How To Avoid Phone Addiction
क्या आप अपने मोबाइल के बिना एक दिन भी रह सकते हैं? अगर जवाब नहीं है तो ये पोस्ट आपके लिए है। तो आज के टाइम में शायद ही कोई ऐसा होगा जिसके पास मोबाइल फोन ना हो। बल्कि आज हर किसी के पास मोबाइल फोन होना एक मामूली बात है क्योंकि हम लोगों को इसकी बहुत जरूरत होती है।
आज के समय मे आप बिना मोबाइल के नहीं रह सकते ,अगर आपके पास मोबाइल नहीं है तो आप कहीं ना कहीं तो जरूर फसे होंगे जहा आपको लगा होगा कि काश मेरे पास भी एक मोबाइल होता ।
पर आज के समय मे मोबाइल को उपयोग करने का तरीका बदल गया है । कैसे ? तो ऐसा है कि आपने देखा होगा पहले के समय मे फोन को केवल अपने काम के लिए इस्तेमाल किया जाता है पर आज इसका उल्टा ही हो रहा है । आज मोबाइल का उपयोग काम के लिए काम बल्कि टाइम पास के लिए किया जा रहा है । तो इसी वजह से स्टूेंट्स अपनी पढ़ाई भी ठीक से नहीं कर पा रहे है क्योंकि उनको फोन कि आदत लग चुकी है ।
फोन एडिक्शन क्या है | What is Phone addiction
सबसे पहले जानते हुआ कि फोन एडिक्शन है क्या तो Phone addiction एक ऐसी आदत है या यू कहे कि बुरी आदत है जिसके कारण आप अपने स्मार्टफोन से दूर नहीं रह सकते । ये आदत आज हमारी युवा पीढ़ी को बहुत नुकसान पहुंचा रही है ।
जैसे पानी बिन मछली कैसे होती है, ठीक उसी तरह आज हम भी मोबाइल फोन के बिना थोडा पढते हैं। अगर आपको लगता है कि आपकी जिंदगी का एक मिनट भी मोबाइल फोन के बिना नहीं कट रहा है तो समझ लीजिए आपको मोबाइल फोन की लत यानी मोबाइल एडिक्शन हो चुका है।
अगर आप सोच रहे हैं कि आपको मोबाइल फोन का कनेक्शन नहीं है तो यह कन्फर्म करने के लिए मैं आपसे कुछ सवाल पूछता हूँ और देखते हैं उनमें से कितने सवालों का जवाब हाँ में आता है।
- क्या हर रोज मोबाइल फोन को अपने तकिए के नीचे रख के सोते है?
- आप सुबह उठकर सबसे पहले मोबाइल फोन ढूँढते हो?
- क्या खाना खाते वक्त मोबाइल फोन पर वीडियो चला कर रखते हो?
- मोबाइल फोन पर नोटिफिकेशन आते ही क्या मोबाइल फोन की तरफ देखते हो ,
- थोडी देर सोच कर क्या मोबाइल फोन पर घंटों बिता लेते।
अगर पांच सवालों में आपने तीन के जवाब हां ही दिए हैं तो यकीनन मेरे दोस्त आप मोबाइल फोन की लत का शिकार हो चुके हैं और इस एडिक्शन का शिकार सिर्फ आप ही नहीं है। पीडब्लू रिसर्ट सेंटर के हिसाब से 64% लोग स्मार्ट फोन यूज करते हैं और अगर हम सिर्फ अठारह से चौबीस साल की उम्र के बच्चों की बात करें तो उन का रेश्यो काफी ज्यादा है।
इस दुनिया में कई तरीके के एडिक्शन है। सिगरेट का एडिक्शन, शराब एडिक्शन, गेम खेलने का एडिक्शन लेकिन इन सब में जो सबसे खतरनाक है वह है मोबाइल एडिक्शन जो आपकी पूरी जिंदगी खराब कर सकता है। ये मोबाइल के एडिक्शन हमारी जिंदगी ऑनलाइन फास्ट करता है लेकिन दिमाग को स्लो करता है।
हमें लगता है कि हम फोन चला रहे हैं लेकिन असल बात ये है कि जो स्मार्टफोन हैं वह हमें चला रही है। जैसे ही फोन की बैटरी लो होती है, परेशान होने लगते हैं। खाना खाते वक्त भी हाथ में स्मार्टफोन होता है। बार-बार फोन चेक करते हैं कि कहीं पूर्ण रहेंगी। वाइब्रेट तो नहीं हुआ जबकि वह हुआ ही नहीं। ये कुछ ऐसे लक्षण है तो आजकल मोस्ट टीनेजर्स में पाए जाते हैं।
फोन एडिक्शन के नुकसान | Side Effects Of Mobile Phones addiction
Smartphone का ज्यादा इस्तेमाल करना आपको कई तरह से नुकसान पहुंचा सकता है , कई बार तो इसके वजह से दिमागी बीमारियां भी देखी गई है। लेकिन ये बहुत ही rare case मे होता है । स्मार्टफोन कि वजह से होने वाले नुकसान को आपको जान लेना चाहिए ताकि ये आपको ज्यादा हानि ना पहुचा पाए ।
दिमाग का कमजोर होना
आपको ये पता होना चाहिए कि आपके ज्यादा स्मार्टफोन इस्तेमाल करने से आपकी दिमागी शक्ति कमजोर होती है । यह युवाओं के लिए बहुत ही खतरनाक परेशानी है और उनका भविष्य भी खराब कर सकती है । ज्यादा फोन का use करने से आप बाहरी दुनिया के बारे में सोचना ही भूल जाते हो जिसकी वजह से आपके दिमाग का विकास रुक जाता है ।
अब आप कहोगे कि technology से तो हमारा विकास होना चाहिए तो फिर ये खराब कैसे ? तो इसका जवाब है कि हा बेशक टेक्नोलॉजी आपको आगे बढ़ती है लेकिन आप जो कर रहे हो उसे एक बुरी आदत कहते है ,आप तकनीक का इस्तेमाल शी तरीके से नहीं कर रहे ।
मेरोरी पॉवर भी आपकी कम होने लगती है आप बहुत जल्द चीजों को भूलने लग जाते हो जो आपके जीवन के लिए अच्छा नहीं है ।
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नींद का अनियमित होना
आजकल के युवा रात को 2 या 3 बजे तक फोन चलाते रहते है और उनको टाइम खा कोई होश भी नहीं रहता क्योंकि उनको उसकी आदत हो चुकी है ।
ये लोग रात मे फिर जब भी सोते है तो या तो कुछ जल्दी उठ जाते है या कुछ देर तक सोते रहते है , तो आपको बता दे की रात को इतनी देर तक फोन चलाना दोनों के लिए हानिकारक है । रिसर्च के अनुसार हमे काम से काम 7 घंटे कि नींद लेना जरूरी है ।वरना हम बहुत जल्द थकने लगेंगे और अपना काम मे 100% नहीं दे पाएंगे।
तनाव का होना
आज के लोगो मे खासकर के युवाओं में ये समस्या बढ़ गई है वो छोटी से बात को लेकर घबरा जाते है या फिर उनको चिंता होने लगती है कि क्या होगा ,क्या होने वाला है ,आदि।
ऐसा पूरी नींद ना लेने के वजह से होता है और फोन का ज्यादा इस्तेमाल करने से होता है और शोध में यह भी पाया गया है कि ज्यादा स्मार्टफोन इस्तेमाल करने से दिमाग कि बीमारियों को भी खतरा बढ़ जाता है ।
आंखो और सिर की समस्या
ज्यादा फोन चलाना केवल मानसिक है हानि नहीं पहुंचता बल्कि इससे निकलने वाली हानिकारक rays हमारी आंखो को भी नुकसान पहुंचती है । इसके वजह से हमे सर दर्द कि दिक्कतें भी होने लगती है ।
पढ़ाई मे ध्यान ना लगना
आपने ये भी देखा होगा कि होगा की आप जब भी कुछ पढ़ने को बैठते है तो आपको यही खयाल आत है कि फोन उठा लूं या किसी क मेसेज तो नहीं आया और अगर आपने एक बार फोन उठा लिया तो काम से काम आधा घंटा कब निकाल जाता है आपको पता ही नहीं चलता ।
टीन टेंडोनाइटिस (टीटीटी)
अधिक संदेश भेजने से टीन टेंडोनाइटिस (टीटीटी) हो सकता है। यह हाथ, पीठ और गर्दन में दर्द का कारण बनता है क्योंकि हम अपने बैठने या लेटने को ध्यान नहीं रखते ,बस लेटे हुए गर्दन टेडी करके फोन चलाने लगते है । इससे रिलेटेड पूरी जानकारी के लिए आप www.sciencedirect.com इस वेबसाइट पर जा सकते है।
ऐक्सिडेंट
आपने खुद यह देखा होगा कि आज के समय में लोग रोड पे चलते हुए भी फोन चलाते रहते है बिना आगे देखे जिसकी वजह से दुर्घटनाएं होती रहती है । केवल पैदल चलने वाले ही ऐसा नहीं करते बल्कि जो लोग गाड़ी चला रहे होते है वो भी फोन पर बात करने लगते है जिसकी वजह से दुर्घटनाएं होती है ।
साइबरबुलिंग
कॉक्स कम्युनिकेशंस द्वारा 13-18 वर्ष के बच्चों पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार, 15% बच्चों पर ऑनलाइन cyber attack' किया गया था और उनको धमकी के भी मामले सामने आए है, 10% को सेल फोन द्वारा साइबर धमकी दी गई थी, और 5% ने सेल फोन के माध्यम से किसी अन्य व्यक्ति को साइबर धमकी दी थी।
और भी कई तरह से लोगो के साथ धोके किए जाते है जिनके द्वारा लोगो के पैसे लूट लिए जाते है ,उनके बैंक एकउंट खाली कर दिए जाते है या फिर उनके प्राइवेसी लीक करके उनसे पैसे देने को कहा जाता है । जो कि बहुत गलत है खास कर के महिलाओं के लिए ।
झुटी वाहवाही
सोशल मीडिया के उपर आजकल हर किसी का अकाउंट है और ये किसी तरह से गलत नहीं है पर आप यकीन नहीं करोगे कि फोन कि लत लगने का कारण ही सोशल मीडिया है ।
सोशल मीडिया पर हर कोई अपने को बड़ा दिखाना चाहता है खूबसूरत दिखाना चाहता है और चाहता है कि उसके photos को सभी likes करे और कॉमेंट करे । और सोशल मीडिया के है कारण लोग अपनी से मिलना भूल हुए है उन्हे केवल वहीं खयाली दुनिया अच्छी लगती है ।
सोशल मीडिया के मेसेज चेक करने के लिए लोग हर 5 मिनट में अपना फोन उठाते है और देखते है की कहीं किसी का मैसेज तो नहीं आया । और अगर आता है तो वो बहुत खुद हो जाते है और अगर नहीं आत तो वो निराश हो जाते है चिंता होने लगती है ।
मोटा होना
मोबाइल के उपयोग से खासकर के 12 से लेकर 20 साल तक के बच्चो में मोटापा आने लगता है ऐसा इसलिए होता है कि आज के समय मे लोग बाहर जाके खेलने के बजाए घर में ही बैठकर ऑनलाइन दोस्तो के साथ खेलना पसंद करते है और खाने के बाद भी टहलने को नहीं जाते ।
बच्चो के लिए तो खेलना खुदना बहुत ही जरूरी है क्योंकि खेलने से ही बच्चो का विकास होता है ।वो गिरते है संभलते है और जीवन के कई पड़ावों को सीखते है लेकिन आज के हालत पूरी तरह बदल गए ही जो बच्चो के भविष्य के लिए सही नहीं है ।
फोन कि लत को कैसे छोड़े
अब जब आपने smartphone के इतने नुकसान देख लिए है तो आपके भी में में ये बात आ रही होगी की हम फोन कि लत को कैसे छोड़े ? तो चलिए आपको बताते है कि किन तरीको से आप smartphone से छुटकारा पा सकते है।
फोन से दूरी बनाए
जितना हो सके आप कोशिश करे कि फोन आपसे दूर ही रहे क्योंकि अगर आपके पास फोन आसानी से मिल जाएगा तो आप इससे कभी नहीं छुटकारा पा पाएंगे । फोन को अपने से दूर करने के लिए आप ये कर सकते है की फोन को घरपर ही छोड़ दे और बाहर घूमने चले जाए या दोस्तो के साथ कहीं चाए पीने चले जाए या को आपका मन हो वो करे बस फोन से दूर रहे ।
किताबे पढ़े
आप बाज़ार से जाकर आपकी रुचि के अनुसार एक या दो किताब के आए तो जैसे ही फ्री हो बुस्किताब लेके बैठ जाए और फोन को कहीं दूर रख दे ताकि आपको notification परेशान ना करे ।
नेट बन्द रखे
अगर आप स्टूडेंट है और या आप को बहुत ज्यादा जरूरी mails नहीं आते तो आप अपने फोन का ने हमेशा बंद रखे इससे क्या होगा कि अगर आपको notification ही नहीं आएगी तो आपका ध्यान भी मोबाइल कि तरफ नहीं जाएगा ।
Delete social media apps
आप ये सोशल मीडिया ऐप्स से जितना दूर रहे आपके लिए अच्छा है सबसे पहले आपको इन्हे हिं डिलीट करना है ये काम कई लोगो के लिए आसान नहीं है उनके लिए यही उनकी जिंदगी है लेकिन ये जान ले कि यही ऐप्स आपकी जिन्दगी आपसे छीन रही है ।
आप अपनी असली पहचान भूलते जा रहे हो इनके चक्कर में तो प्लीज सबसे पहले इन्हे डिलीट करे ओर नहीं कर पा रहे है तो settings मे जाकर इन ऐप्स कि नोटिफिकेशन बंद कर दे । जिससे आपको थोड़ी हेल्प मिलेगी फोन से दूर रहने मे ।
मेडिटेशन करे
आपको चाहे फोन कि लत छुड़ाने के लिए मेडिटेशन करना पड़े या फिर आपके अच्छे स्वास्थ्य के लिए आप इसे जरूर करिए । कुछ दिन करने के बाद ही आपको इसका असर दिखेगा आपका में शांत होने लगेगा और सच बोलूं तो इससे बेहतर तरीका नहीं होगा फोन कि लत छुड़ाने का।
Keypad phone खरीदे
अगर आपका काम keypad से चल सकता है तो आप इसे खरीद लीजिए और थोड़े दिन के लिए smartphone बंद कर दीजिए । इसमें आपको केवल calls और मेसेज ही आएंगे कोई सोशल मीडिया मैसेज या नोटिफिकेशन नहीं जिससे आपकी बात बार जेब मे हाथ डाल के फोन निकालने के आदत छूट जाएगी ।
परिवार के साथ समय बिताए
यह भी एक असरदार तरीके है जिससे आप फोन से छुटकारा पा सकते हो । आप बस परिवार के साथ बाते कियजिए टीवी देख लीजिए डेली वॉक पर जाइए । या उनके साथ games खेलिए । पर फोन क इस्तेमाल मत कीजिए आपको इसके भी परिणाम जल्दी देखने को मिलेंगे ।
आज के समय मे फोन हमारे लिए एक वरदान कि तरह ही है लेकिन ये भी ध्यान रखिए कि वरदान को अभिशाप बनते देर नहीं लगती है तो आप जब भी फोन चलाए सोच समझकर कर इस्तेमाल करे बाकी आपको हमारी पोस्ट फोन एडिक्शन कैसे दूर करें अच्छी लगी हो तो हमे कॉमेंट मे जरूर बताए और इसी तरह कि जानकारी के लिए हमे email द्वारा subscribe करे।